11/07/2021

कविता शिक्षण की विशेषताएं, उद्देश्य

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कविता शिक्षण की विशेषताएं (kavita shikshan ki visheshta)

कविता शिक्षण की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-- 

1. अनुभूति प्रधानता

पद्य अनुभूति के रूप में ह्रदय से उमड़ कर कवि की कलम से लिखी जाती है। कवि के रचनाबद्ध भाव को ही पद्य कहते है। पद्य रगात्मक संबंध की रक्षा एवं निर्वाह हैं। हमारा ह्रदय काव्य के समय इस भौतिक संसार से ऊपर उठकर काव्य के अलौकिक आलोक में विचरण करता है। इसमें कल्पना एवं अनुभूति की प्रधानता होती है। 

2. सत्यम् शिवम् सुन्दरम् की भावना 

सत्यम् विशम् सुन्दरम् कविता के मुख्य उद्देश्य हैं। पर कवि का सत्य विधान के सत्य के समान सत्य नहीं होता वरन् उसमें कल्पना का भी मिश्रण होता हैं जो कविता को मुग्धकारी एवं सुन्दर बनाता हैं। 

3. भाषा 

कविता की भाषा सरल, मधुर एवं गाने योग्य होनी चाहिए। 

4. संगीतात्मक 

संगीत काव्य की ह्रदयगति होता है। लय, ताल एवं स्वरों के आरोह-अवरोह के कारण ही कविता के भाव उभर कर आते हैं। 

5. रसानुभूति 

रस एवं काव्य परस्पर आधारित है। एक के बगैर दूसरा पक्ष कमजोर हो जाता है। इसी कारण रस को काव्य की आत्मा कहा गया हैं। 

6. स्थायित्व 

कविता में अमूल तत्व होता हैं। उत्कृष्ट काव्य-कृति हमेशा स्थायी होती हैं। 

विभिन्न स्तरों पर कविता शिक्षण के उद्देश्य (kavita shikshan ke uddeshy)

कविता शिक्षण के निम्नलिखित उद्देश्य हैं-- 

(अ) प्राथमिक स्तर पर उद्देश्य 

1. कविता के द्वारा आनन्द का वातावरण पैदा करना। 

2. कविता गाकर अभिनय द्वारा पेश करना। 

3. जानवरों एवं पक्षियों की कविताओं को सुनाना। 

4. कविता के प्रति रूचि पैदा करना। 

5. गति-यति-लय एवं स्वर का ज्ञान प्रदान करना। 

6. समूह गीत के द्वारा एकता का परिचय देना। 

7. कविता के आधार पर भजन सुनाना। 

(ब) माध्यमिक स्तर पर उद्देश्य 

1. भावों को समझने की क्षमता प्रदान करना। 

2. कविता का कंठस्थीकरण करना। 

3. कविता स्वर उपयुक्त गति-यति-लय, भाव एवं आरोह-अवरोह क्रम वाचन को ज्ञान प्राप्त करना। 

4. कविता को रंगमंच के माध्यम से पेश करना। 

(स) उच्चतर माध्यमिक स्तर पर उद्देश्य 

1. कवि की अनुभूति का ज्ञान कराना। 

2. विद्यार्थियों की कल्पना शक्ति को विकसित करना। 

3. सौन्दर्यानुभूति का ज्ञान कराना। 

4. विद्यार्थियों की तर्क, विचार एवं कल्पना शक्ति को विकसित करना। 

5. काव्य की विभिन्न विधाओं का ज्ञान प्रदान करना। 

6. कविता का आलोचनात्मक अध्ययन कराना। 

7. भाव गति-यति-लय, आरोह-अवरोह एवं क्रमानुसार कविता वाचन की क्षमता प्रदान करना। 

8. विद्यार्थियों को कविता लिखने की प्रेरणा देना। 

काव्य शिक्षण के अन्य उद्देश्य 

1. कौशलागत उद्देश्य। 

2. विषयागत उद्देश्य। 

3. भाषागत उद्देश्य। 

काव्य शिक्षण के विशिष्ट उद्देश्य 

1. विद्यार्थियों में सौन्दर्यानुभूति की भावना का विकास करना। 

2. विद्यार्थियों में कवि के भावों के विचारों एवं प्रतिपादन शैली का ज्ञान कराना। 

3. विद्यार्थियों को काव्य के सही स्वरूप का ज्ञान कराना। 

4. विद्यार्थियों में काव्य का भावार्थ ग्रहण करने की क्षमता पैदा करना। 

5. विद्यार्थियों का नैतिक एवं चारित्रिक विकास।

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