3/29/2022

डर को कैसे दूर भगाये?

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डर (Fear) को कैसे दूर भगाये? 

डर को कैसे दूर भगाये, डर भागने के तरीके, डर भागने के 9 तरीके, डर क्या है, डर क्यों लगता है, डर कितनी हद तक सही है, अपने डर पर काबू कैसे पाायें?

नमस्ते दोस्तो स्वागत है आपका हमारे इस नए article में जहाँ पर हम बात करंगे डर की और बात करेंगे की डर को हम अपने से दूर कैसे कर सकते हैं। देखा जाये तो डर एक हद तक तो सही होता है पर अगर यह हद से आगे बढ़ जाये तो हमारी सेहत पर हावी हो सकता है। हमे डर को अपने ऊपर कभी भी हावी नहीं होने देना चाहिए। लेकिन इंसान के अंदर थोड़ा सा डर भी होना जरूरी है वो इसलिए क्योंकि हम कुछ चीज़ें डर की वजह से ही करते हैं उदाहरण के लिए हम एक विद्यार्थी को ही ले लेते है।

जिसको पड़ने का शोंक है वो तो अच्छी बात है पर कुछ विद्यार्थी ऐसे है जो सिर्फ डर की ही वजह से पड़ते हैं की अगर exam में fail हो गए तो दुनिया क्या सिचेगी हमारा भविष्य खराब हो जायेगा। अगर लोग डरते ना होते तो शायद अपनी सेहत का ख्याल ना रखते। अगर लोग मारने से ना डरते तो शायद अलग-अलग तरीके के कारनामे करते और अपनी जान जाने की फिक्र न करते। 

लेकिन अगर डर एक हद से ऊपर चला जाये तो इंसान के लिए नुकसान दायक होता है विद्यार्थी exam में fail होने के डर से पढ़ना छोड़ देते है तो कई विद्यार्थी exam में fail होने के बाद अत्महत्या कर लेते हैं। लोग मरने के डर से घर से बाहर निकलना छोड़ देते हैं। यह डर ही इंसान के भविष्य को खराब कर देता है अगर आप भी अपने जीवन में बहूत डरते हैं तो आप इस article को पूरा पढ़े इस article में हम आज बात करने वाले हैं कि डर को कैसे दूर भगाये, डर भागने के तरीके, डर क्यों लगता है, डर कितनी हद तक सही है हमारा आपसे वादा है कि आप इन तरीकों को अपनाने के बाद अपने जीवन में डरना छोड़ देंगे बस आप इस article को पूरा पढ़े।

डर क्या है?

वैसे तो डर जैसा कुछ होता ही नही है, यह केवल हमारे दिमाग़ मै होता है, डर वास्तव मे एक काल्पनिक चीज है और जो वास्तव मे होता ही नही है उससे क्या डरना। 

डर दो तरह का होता है--

1. सकारत्मक डर

सकारत्मक डर वह डर है जिससे हमे डरना चाहिए। उदाहरण के लिए exam मे fail होने के डर से पढ़ाई करना, एक्सीडेंट के डर से bike को सावधानी से चलना, इत्यादि।

2. नकारत्मक डर

नकारत्मक डर वह डर है जिससे हमें कभी भी डरना नही चाहिए, एक ऐसा डर जो हमारे लिए किसी भी तरह से सही नही है। उदाहरण, असफलता के डर से कोशिश ही नही करना, भीड़ मे जाने से डरना, अंधेरे से डरना, इत्यादि। नकारात्मक वाला डर कायरता का प्रतीक है, इसलिए आपको कभी भी इस तरह के डर से नही डरना चाहिए। 

नकारत्मक डर के दुष्प्रभाव 

यह नकारत्मक डर एक ऐसा डर है जो हमे कभी आगे है नही बढ़ने देता। हमारे अंदर की नकारात्मक के चलते हम चाहकर भी कुछ अच्छा नही सोचते, बल्कि अपने डर की वजह से अपने बारें मे बुरा ही सोचते है। जिसकी वजह से हम डिप्रेशन मे चले जाते है, झुठ बोलने लगते है, और तो और सच भी नही बोल बातें, किसी के सामने अपनी बात को नही रख पाते,  जीवन से कभी आगे नही बढ़ पाते और एक भीड़ का हिस्सा ही बनकर रह जाते है। इन सभी के चलते हम अपने आत्मविश्वास को खो बैठते है। 

चलिए बिना आपका समय खराब किये हम आपको बताते हैं। डर को दूर भागने के 9 जबरदस्त तरीके--

1. सकारात्मक सोच रखे

अपने डर को दूर करने के लिए हमेशा सकारात्मक सोचें, जो भी होगा अच्छा ही होगा कुछ भी गलत नही होगा। यदि आपको सच मे अपने डर पर काबू पाना है तो कभी भी अपने मन मे नकारत्मक विचारों को न आने दे, हमेशा सकारात्मक सोच के साथ अपने काम को करे। 

2. असफलता से डरे नही 

कोई भी लक्ष्य बड़ा नही होता हमेशा जीतता वही है जो कभी डरा नही। 

असफलता से कभी न डरे, असफलता का सामना करे, इस दुनिया मे जितने भी सफल लोग है उनका इतिहास पढ़लें, किसी को भी एक ही बार मे सफलता कभी नही मिली, असफलता वह सीड़ी है जो हमें सफलता की और ले जाती है। बिना संघर्ष के कोई महान नही बनता।

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3. अपने उद्देश्य को समझें 

अपने उद्देश्य को समझने की कोशिश किजिए आपका सपना क्या है? आप क्या करना चाहते है? आपको क्या बनाना है? अपने लक्ष्य को याद कीजिए आपका लक्ष्य क्या है? जब आप यह सब याद करेंग तो आप अपनी इच्छा के चलते जोश और जनून से भर जायेंगे और आपके अंदर का डर अपने आप ही खत्म हो जाएंग।

4. आपको जिस काम से डर लगता है उस काम को बार बार करे

डर भगाने का एक तरीका यह भी है कि आपको जिस काम से डर लगता है उस काम को बार बार करे तो जो आपके मन का डर है वो ख़त्म हो सके अगर आपको ऊँचाई से डर लगता है तो दिन में एक बार अपने घर की छत पर जा कर नीचे जरूर देखे और अगर आपको अँधेरे से डर लगता है तो आप आधे घंटे अँधेरे में जरूर बिताये ऐसे करने से आपको अँधेरे और ऊँचाई का डर ख़त्म हो जाएंगा।

5. अपने ऊपर विश्वास रखे

जब आपको अपने ऊपर विश्वास होगा तो आप जीवन में कभी भी डरोगे नहीं जिसके अंदर विश्वास होता है उसमें कभी भी डर नहीं होता। विश्वास ही डर नाम की बीमारी की जड़ है मान लीजिए की आप एक लेखक बनना चाहते हैं पर आपके अंदर डर है कि आप एक अच्छे लेखक नहीं बन सकते हो तो आप कभी भी लेखक नही बन पाएंगे अगर आपको अपने ऊपर विश्वास होगा तभी आप लेखक बनने के लिए मेहनत करोगे अगर आप डरते रहेंगे तो आप कभी भी लेखक नहीं बन पाएंगे।

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6. आपके अंदर डर ना होने के फायेदे को जाने

अपने अंदर के डर को भगाने के लिए सबसे पहले आपको यह बात जान लेनी चाहिए की आपके अंदर डर ना होने के क्या क्या फायदे है और क्या नुकसान है। क्योंकी इंसान जो भी काम करता है तो उसके फायदे और नुकसान को देख कर करता है और जिसमे ज्यादा फायदे हो वही काम करता है और इंसान के अंदर डर होने के फायदे से ज्यादा नुकसान है।

7. अपने डर का सामना करे

अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हैं सफल होकर जीना चाहते हैं तो अपने डर का सामना करे डर एक ऐसा जहर है जो आपके सफल होने वाले जीवन को कभी भी बढ़ने नहीं देगा। आपका सफल होने वाला जीवन जितना है उतना ही रहेगा हो सकता है कि आपके सफल होने वाले जीवन को ख़त्म भी कर दे।

8. अपना मन पसंदीदा काम करे

जब भी हमे डर लगता है तो हमारे दिमाग पर एक tension सी हो जाती है हम उदास से रहने लगते हैं अपने डर और उदासी को दूर करने के लिए जरूरी यही है की हम अपना कोई भी पसंदीदा काम करे जिससे हमारी tension ख़त्म हो सके और हमारा ध्यान अपने डर से हट कर अपने काम पर चला जाये यह बहुत ही आसान तरीका है अपने डर को अपने आप से दूर करने का।

9. अपने डर का कारण जान कर उसे दूर करे

अपने डर को छोड़ने के लिए आपको सबसे पहले यह जानना होगा कि आपके डर का क्या कारण है किस डर के कारण आप उस काम को करने में पीछे रह रहे हैं। आप उस कारण को जाने और उसे समझने की कोशिश करे आप उस काम के बारे में इतना कुछ जान ले की आप उस काम को अच्छे तरीके से बड़े ही आराम से कर सके ऐसा करने से आपका हर एक डर ख़त्म हो जायेगा।

तो दोस्तों यह थे अपने डर को अपने से दूर भगाने के कुछ खास तरीके उमीद है आपको हमारा यह article डर को कैसे दूर भगाये, बहुत पसंद आया होगा और अच्छे से समझ भी आया होगा, बस आप इन तरीकों को अपनाए तो जो आपके अंदर का डर ख़त्म हो सके अंत में मै आपसे सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूँ की हर इंसान के अंदर एक डर तो होना ही चाहिए और वो डर है बुरा काम ना करने का डर। यह डर हर एक इंसान के अंदर होना चाहिए तभी हमारा देश हर तरह की बुराई से मुक्त हो सकेगा उमीद है अगर आपको हमारा यह article पसंद आया हो तो आप इस article को अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते है और हमे comment box में comment करके जरूर बताये की हमारा यह article आपको कैसा लगा? धन्यवाद।

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