11/25/2021

स्विट्जरलैंड की संघीय व्यवस्था, स्विस संघीय परिषद का संगठन/रचना

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स्विट्जरलैंड की संघीय व्यवस्था

स्विट्जरलैंड की कार्यपालिका को संघीय परिषद् कहा जाता है। विश्व के अन्य देशों की कार्यपालिका मे स्विट्ज़रलैंड की कार्यपालिका एक अद्वितीय कार्यपालिका है। सी. एफ. स्ट्रांग के मतानुसार " यह विश्व की संवैधानिक पद्धतियों मे सर्वाधिक अनुपम है। इसके संगठन अथवा शक्तियों की दृष्टि से ही नही बल्कि व्यवस्थापिका से इसका जो सम्बन्ध है उसकी दृष्टि से भी संघीय परिषद् का कोई सादृश्य नही मिलता। व्यवस्थापिका और कार्यपालिका के सम्बन्ध के आधार पर विश्व की प्रायः सभी शासन पद्धतियों को दो भागों मे विभाजित किया जा सकता हैं--- संसदीय और अध्यक्षीय लेकिन स्विय कार्यपालिका इन दोनों पद्धतियों से भिन्न है। यह विशुद्ध रूप से न तो संसदात्मक पद्धति है और न ही अध्यक्षात्मक पद्धति। इसमे दोनों के ही गुणों का समावेश है।
स्विस संघीय परिषद् का संगठन

स्विस संघीय परिषद का संगठन (svis sanghiy parishad ka sangathan)

स्विस संविधान के अनुच्छेद 95 के अनुसार " स्विस राज्यमण्डल की सर्वोच्च निर्देशन व कार्यपालिका शक्ति  7 सदस्यों की एक संघीय परिषद् द्वारा प्रयुक्त की जाती है। इससे स्पष्ट होता है कि स्विस कार्यपालिका की शक्ति एक व्यक्ति मे निहित न होकर एक परिषद् द्वारा प्रयुक्त की जाती है। जिसके सभी सातों सदस्यों की शक्तियाँ समान हैं। इसलिए स्विट्जरलैंड की कार्यपालिका को एक "बहुल कार्यपालिका" कहा जाता है। संघीय परिषद् मे 7 सदस्य होते है। जिनका निर्वाचन स्विटजरलैण्ड की व्यवस्थापिका अर्थात् संघीय सभा के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक द्वारा किया जाता है।
स्विस संविधान के प्रावधानों के अनुसार कोई भी स्विस नागरिक, जो राष्ट्रीय परिषद का सदस्य चुने जाने के योग्य है, संघीय परिषद् का सदस्य चुने जाने के योग्य है। इस सम्बन्ध मे मात्र दो वैधानिक प्रतिबंध हैं---
पथम, संविधान के अनुच्छेद 96 के अनुसार एक कैण्टन मे से केवल एक ही व्यक्ति संघीय परिषद् का सदस्य निर्वाचित किया जा सकता है।
द्दितीय, ऐसे कोई भी दो व्यक्ति, जो रक्त या वैवाहिक संबंध द्वारा सम्बद्ध हो, एक साथ संघीय परिषद् के सदस्य नही हो सकते है।
इसके अतिरिक्त संघीय परिषद् के गठन के सम्बन्ध मे दो महत्वपूर्ण परम्परा भी प्रचलित है---
1. स्विट्जरलैंड के दो बड़े और प्रमुख कैण्टनों- बर्न व च्युरिच को संघीय परिषद् मे अवश्य ही प्रतिनिधित्व दिया जाता है। यह विशेष स्थिति फ्रेंच भाषा-भाषी कैण्टन वाउद को भी प्राप्त है।
2. संघीय परिषद् मे चार जर्मन भाषा-भाषी, दो फ्रेंच भाषा-भाषी और एक इटालियन भाषा-भाषी होता ही है।
इसके अतिरिक्त, सामान्य तौर पर समस्त दलों को संघीय परिषद् मे प्रतिनिधित्व दिया जाता है। संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार संघीय परिषद् के सदस्य प्रायः संघीय सभा के सदस्यों मे से निर्वाचित किये जाते है, और संघीय परिषद् के लिए चुने जाते ही वे संघीय सभा (व्यवस्थापिका) की सदस्यता छोड़ देते है।
स्विट्जरलैंड में संघीय परिषद् का कार्यकाल 4 वर्ष निर्धारित है। इसका निर्वाचन प्रत्येक चौथे साल नवीन संघीय सभा के गठन के तुरंत बाद किया जाता है। यदि किसी कारण कारण से संघीय सभा 4 वर्ष के निर्धारित कार्यकाल से पहले ही विघटित हो जाती है तो उसी के साथ-साथ संघीय परिषद् भी समाप्त हो जाती है। नयी संघीय सभा द्वारा नयी संघीय परिषद् का निर्वाचन किया जाता है। संघीय परिषद् के सदस्य के पुनर्निर्वाचन पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नही है। इसी वजह से स्विस संघीय परिषद् मे एक ही सदस्य लम्बे समय तक सदस्य बना रहता हैं।
वेतन, विशेषाधिकार व उन्मुक्तियाँ
स्विस संघीय परिषद् के प्रत्येक सदस्य को 80 हजार फ्रेंक वार्षिक वेतन प्राप्त होता है। अध्यक्ष को अन्य सदस्यों की तुलना मे 10 हजार फ्रेंक अधिक प्राप्त होते है। 55 वर्ष से अधिक आयु प्राप्त सदस्यों को यदि उन्होंने 10 वर्ष तक परिषद् के सदस्य के बतौर कार्य किया है तो उन्हें निवृत्ति के बाद वेतन के रूप मे कुल वेतन का 40-60 प्रतिशत दिया जाता है। संघीय परिषद् के सदस्यों को लगभग वे ही विशेषाधिकार और उन्मुक्तियाँ प्राप्त है जो संघीय सभा के सदस्यों को प्राप्त होती है।
संघीय परिषद् का एक अध्यक्ष और एक उपाध्यक्ष होता है। यह अध्यक्ष ही स्विट्जरलैंड का राष्ट्रपति भी होता है। संघीय सभा के दोनों सदन अपनी एक संयुक्त बैठक मे संघीय परिषद् के सदस्यों मे से ही एक अध्यक्ष और एक उपाध्यक्ष का चुनाव एक वर्ष के लिए करते है। कोई भी व्यक्ति इस पद पर लगातार दो बार नही चुना जा सकता।

संघीय परिषद् के अध्यक्ष अथवा स्विट्जरलैण्ड के राष्ट्रपति के अधिकार व स्थिति 

स्विट्जरलैण्ड की संघीय परिषद् की भांति ही इसके अध्यक्ष का पद भी अद्वितीय है। वह न केवल संघीय परिषद् का सभापति है, अपितु वह स्विस परिसंघ का राष्ट्रपति भी होता हैं। यह स्विस नागरिकों की गहरी प्रजातन्त्रीय और गणतन्त्रीय भावना का प्रतीक हैं। अपनी इसी भावना के कारण ही कार्यपालिका शक्ति या व्यक्ति को प्रदान न करके एक समिति को दी गयी हैं और समिति के अध्यक्ष अर्थात राष्ट्रपति को किसी भी रूप में उच्च स्थिति प्राप्त नहीं हैं। 
लावेल के मतानुसार," वह साधारण रूप से राष्ट्र की कार्यपालिका समिति का अध्यक्ष होता हैं और इस कारण वह यह जानने का प्रयास करता हैं कि उसके साथी क्या कर रहे हैं और वह राज्य के नाममात्र के अध्यक्ष के औपचारिक कर्त्तव्यों को पूरा करता हैं।" इस प्रकार वह समकक्षों में से एक होता है। स्विस राष्ट्रपति के कार्य दो प्रकार के हैं--
(अ) परिसंघ का राष्ट्रपति के रूप में और 
(ब) संघीय परिषद् के सभापति या अध्यक्ष के रूप में। 
1. परिसंघ के राष्ट्रपति के बतौर 
वर्ष 1914 में पारित संघीय प्रशासन संगठन अधिनियम के तहत यह प्रावधान है कि राष्ट्रपति स्विस राष्ट्र का प्रतीक है। महत्वपूर्ण राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर वह राज्य का प्रतिनिधित्व करता है। विदेशी राजनयिकों का स्वागत करना, उन्हें परिचय पत्र देना, विदेशों में राज्य का प्रतिनिधित्व, संघीय सभा के विधेयकों पर हस्ताक्षर करना जैसे कार्य राष्ट्रपति के द्वारा ही किये जाते हैं। यह सब सैद्धांतिक हैं। वास्तविकता के धरातल पर यह मात्र औपचारिकताएं है। समूचे कार्य संघीय परिषद् के सदस्य एक साथ मिल जुलकर करते हैं। राष्ट्रपति को कोई विशेषाधिकार नहीं हैं। 
2. सभापति के बतौर 
वह संघीय सभा के सभापति के रूप में परिषद् का सभापतित्व करता है और किसी विषय पर टाई पड़ने की स्थिति में वह अपने निर्णायक मत का प्रयोग करता हैं। वह संघीय परिषद् के सदस्य के रूप में एक विभाग का अध्यक्ष होता हैं। जिसे कुछ प्रशासनिक प्रधिकार प्राप्त होते हैं। वह संघीय परिषद् का स्वामी या नेता नहीं हैं। अतः परिषद् के सदस्यों को न तो वह नियुक्ति कर सकता है और न ही पदच्युत ही कर सकता है। संकटकाल में परिषद् की ओर से उसे कुछ अतिरिक्त कार्य करने की शक्ति अवश्य दी जाती है। तदुपरांत यह कहा जा सकता हैं कि संघीय परिषद में उसकी हैसियत अन्य सदस्यों के समान ही हैं उनसे अधिक या ज्यादा नहीं है।
राष्ट्रपति पद की स्थिति
इस प्रकार राज्य मण्डल का राष्ट्रपति शक्तियों की दृष्टि से प्रायः शून्य है। स्विस राष्ट्रपति की तुलना अमेरिका के राष्ट्रपति से नहीं की जा सकती। अमेरिकी राष्ट्रपति तो शक्तिपुंज है, वहीं दूसरी ओर स्विस राष्ट्रपति शक्तिहीन है। 
इसी प्रकार वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री के समान भी नहीं है। "ब्रिटिश प्रधानमंत्री तो सूर्य है जिसके चारों ओर अन्य नक्षत्र चक्कर लगाते हैं।" परन्तु स्विस राष्ट्रपति प्रशासनिक विभाग का एक सामान्य अध्यक्ष है। वह एक वर्ष के लिए औपचारिक अध्यक्ष होता है। रैपार्ड के शब्दों में," उसके पद का कोई राष्ट्रीय महत्व नहीं है। उसका न कोई विशेषाधिकार है और न ही कोई विशेष प्रभाव है।" 
इन सबके बावजूद यह मानना भ्रामक होगा कि स्विस राष्ट्रपति का पद महत्वहीन है। बुक्स ने कहा," जनसेवा के एक लम्बे जीवन के पश्चात् सर्वोच्च पारितोषिक के रूप में इस पद की कामना की जाती है और इसी के कारण वह समस्त स्विस जनता के लिए बहुत अधिक सम्मान का पात्र है।
स्त्रोत; मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी।
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