जनवादी चीन की व्यवस्थापिका
चीन संविधान के अनुच्छेद 57 मे कहा गया है कि " राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस चीन की राज्य शक्ति का सर्वोच्च अभिकरण हैं। जनवादी चीन की व्यवस्थापिका को "राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस" कहा जाता है। चीन के वर्तमान संविधान मे विधानमंडल की सर्वोच्चता के सिद्धांत को अपनाया गया है जिसका आशय है कि संवैधानिक व्यवस्था मे व्यवस्थापिका सर्वोच्च हैं। वहीं शासन की समूची शक्तियों का स्त्रोत हैं।
आज के इस लेख मे हम राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की शक्तियाँ व कार्य और राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस के संगठन को जानेंगे।
वर्तमान के संविधान के अनुच्छेद 58 मे यह भी प्रावधान है कि " राज्य की व्यवस्थापिका सम्बंधित शक्तियों का प्रयोग राष्ट्रीय कांग्रेस के तथा इसकी स्थायी समिति द्वारा किया जायेगा।
राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस का संगठन (rashtriya janwadi congress ka sangathan)
संविधान कि धारा 22 के अनुसार राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस देश की एकमात्र विधान सभा हैं। राष्ट्रीय जनवादी क्रांग्रेस सदनीय व्यवस्थापिका है। इसके सदस्यों का निर्वाचन प्रत्यक्ष रूप से जनता द्वारा न होकर विभिन्न राज्यों के क्षेत्रों की जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के द्वारा किया जाता है। इन प्रतिनिधियों को डिप्यूटीज कहा जाता हैं। राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस के सदस्यों का चुनाव स्वशासित क्षेत्रों, राष्ट्रीय लोक सभा के प्रान्तों, नगरपालिकाओं और विदेशों मे रहने वाले चीनी नागरिकों द्वारा किया जाता है।
राष्ट्रीय जन कांग्रेस का कार्यकाल
राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस का कार्यकाल 5 वर्ष होता हैं। कांग्रेस अपने कार्यकाल से 2 माह पूर्व विघटित हो जाती है तथा कांग्रेस की स्थायी समिति आगामी काँग्रेस के प्रतिनिधियों को निर्वाचित करने की व्यवस्था करती हैं। कांग्रेस का वर्ष में एक अधिवेशन अवश्य होना चाहिए।
सदस्यों के कर्तव्य
जनवादी चीन के नये संविधान के अनुच्छेद 76 में सदस्यों के दायित्वों का प्रावधान है जिसके तहत जनवादी कांग्रेस के सदस्यों को संविधान व विधि का पालन करने राज्य के गोपनीय भेदों को बनाने रखना और अन्य सार्वजनिक गतिविधियों में अनुकरणीय भूमिका का निर्वाह करना चाहिए। यहाँ सदस्यों को जनता का सेवक माना गया हैं। इसलिए उनसे अपेक्षा की गयी हैं कि वे निरन्तर जन-सामान्य के संपर्क में रहेंगे। उनकी इच्छाओं व आकांक्षाओं को समझकर यथा- संभव उन्हें पूर्ण करने का प्रयास करेंगे। निर्वाचन के बाद भी कांग्रेस के सदस्यों को अपने निर्वाचन क्षेत्र के प्रति उत्तरदायी बनाये रखने के उद्देश्य से संविधान में यह प्रावधान रखा गया हैं कि यदि कोई निर्वाचन इकाई अपने माध्यम से चुने गये प्रतिनिधि के कार्यों से संतुष्ट नहीं है तो उस स्थिति में वह उस प्रतिनिधि को वापस बुला सकती हैं।
चीन के संविधान के अनुच्छेद 74 के द्वारा जनवादी कांग्रेस के सदस्यों को कुछ विशेषाधिकार व उन्मुक्तियां दी गयी हैं। इन विशेषाधिकारों मे शामिल है---
1. सदस्य राज्य की कौसिंल, मंत्री परिषद तथा आयोगों से प्रश्न पूछ सकते हैं।
2. किसी भी सदस्य को कांग्रेस कि पूर्व अनुमति के बिना बंदी नही बनाया जा सकता और न ही उनपर मुकदमा चलाया जा सकता है।
3. सदस्यों के विरूद्ध उनके द्वारा सदन मे दिये गये भाषण अथवा मत के आधार पर किसी भी प्रकार की वैधानिक कार्यवाही नही कि जा सकती हैं।
4. यदि कांग्रेस की बैठक न हो तो इस सम्बन्ध मे कांग्रेस की स्थायी समिति से अनुमति लेना जरूरी होता हैं।
अनुच्छेद 60 के अनुसार " राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस" का निर्वाचन 5 बर्ष के लिए होता हैं।
राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की शक्तियाँ व कार्य (rashtriya janwadi congress ki shaktiya va kary)
राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की शक्तिययों व कार्यों का विवरण चीन के वर्तमान संविधान के अनुच्छेद 62 मे दिया गया हैं। जिसके अनुसार जनवादी कांग्रेस की प्रमुख शक्तियाँ और कार्य इस प्रकार है----
1. निर्वाचन सम्बंधित शक्तियाँ
चीन की राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस को राष्ट्र के महत्वपूर्ण अधिकारियों का निर्वाचन करने की महत्वपूर्ण शक्तियों प्राप्त हैं। जिन मे निम्म अधिकारीयों का निर्वाचन करने का अधिकार प्राप्त है---
1. राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति का निर्वाचन।
2. सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का निर्वाचन।
3. राज्य परिषद् के प्रधानमंत्री।
4. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के उपसभापति।
5. मुख्य अभियोग संचालक तथा अन्य सदस्यों का निर्वाचन।
2. व्यवस्थापिका सम्बंधित शक्तियाँ
राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस सत्ता की सर्वोच्च समितति हैं इसके पास असीमित अधिकार हैं। राज्य के समस्त कानूनों का निर्माण कांग्रेस ही करती हैं। कांग्रेस को कानून के सम्बन्ध अन्तिम तथा सर्वव्यापी शक्तियां प्राप्त हैं। कांग्रेस को प्रैसीडियम तथा स्थायी समिति का चुनाव करने का भी अधिकार प्राप्त हैं।
3. संविधान सम्बंधित शक्तियाँ
राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस के प्रतिनिधियों के दो-तिहाई बहुमत से संविधान मे संशोधन किया जा सकता हैं। इसकी यह शक्ति अत्यंत ही महत्वपूर्ण है वह अकेली ही संविधान मे संशोधन करने का कार्य करती हैं। चीन की राष्ट्रीय कांग्रेस सरकार और विभिन्न सरकारी अधिवेशनों के उन निर्णयों को निरस्त कर सकती है जो कि संवैधानिक व्यवस्था के विरुद्ध हों। जनवादी कांग्रेस का कार्य यह भी देखना है कि संविधान उचित प्रकार से लागू हो रहा है अथवा नही।
4. न्यायिक शक्तियाँ
जनवादी कांग्रेस को चीन के सर्वोच्च न्यायालय के अध्यक्ष की नियुक्ति व उसे पदच्युत (हटाना) करने का भी अधिकार है। यह राजनैतिक अपराधियों को क्षमा दान जीवन दान भी दे सकती हैं।
5. वित्तिय शक्तियाँ
राष्ट्रीय कांग्रेस बजट पारित करती है तथा उसमे संशोधन कर सकती हैं वित्तीय प्रतिवेदनों का निरीक्षण कर सकती है, बजट समित को बुलाती हैं, जनता पर कर लगाती है तथा कर एकत्रित करने के नियमों का निर्माण करती हैं। शासकीय वित्त-प्रतिवेदन की जांच करती हैं। राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस का वित्त पर पूर्ण नियन्त्रण होता हैं।
6. विदेश नीति सम्बन्धी शक्तियाँ
जनवादी कांग्रेस चीन के वैदेशिक सम्बंधों को भी नियन्त्रित व विनियमित करती है। युद्ध व शांति से सम्बन्धित मुद्दों पर अन्तिम निर्णय जनवादी कांग्रेस द्वारा ही लिये जाते हैं। इस कार्य मे साम्यवादी दल के नेता, मन्त्रिगण और अन्य अधिकारी भी शामिल होते है।
7. कार्यपालिका सम्बंधित शक्तियाँ
राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस को कार्यपालिका क्षेत्र मे भी अनेक महत्वपूर्ण शक्तियां एवं अधिकार प्राप्त है। राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस अध्यक्ष का परामर्श लेकर प्रधानमंत्री तथा अन्य मन्त्रियों का चुनाव कर सकती हैं। यह उन्हें पदच्युत भी कर सकती हैं। चीनी मंत्रिमण्डल पर इसका पूर्ण नियन्त्रण होता हैं। राज्य परिषद् जनवादी कांग्रेस के प्रति ही उत्तरदायी होती हैं।
आलोचना
इस प्रकार हम देखते हैं कि साम्यवाद इस प्रकार की घोषणा करता है कि वह अन्य प्रजातान्त्रिक राष्ट्रो के समान जनता को पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान करता हैं परन्तु वास्तविकता इसके विपरीत हैं। चीनी राज्य की शक्ति का मुख्य स्रोत जन कांग्रेस है परन्तु उसके अधिकारों का उपयोग स्थायी समिति के द्वारा किया जाता हैं, जिसका कारण यह हैं कि जन समिति में सदस्यों की संख्या अधिक है और इसकी बैठकें कम होती हैं। कांग्रेस को साम्यवाद के निर्णयों को मानना पड़ता है और साम्यवाद की तानाशाही के विपरीत एक भी शब्द कहने का अधिकार नहीं हैं। इस प्रकार सैध्दांतिक रूप से जन कांग्रेस शासन की सर्वोच्च सत्ता हैं परन्तु व्यवहार में महत्वहीन संस्था बन जाती हैं।
निष्कर्ष
चीन की राष्ट्रीय कांग्रेस अन्य देशों में संसद अथवा कांग्रेस के समान शक्तियों का उपयोग करती हैं। वह स्वयं अपनी शक्तियों की सीमाओं का निर्धारण करती हैं। यह देश की केवल व्यवस्थापिका मात्र न होकर कार्यपालिका की शक्तियों का भी प्रयोग करती हैं। किसी अन्य देश में व्यवस्थापिका को इतने अधिक अधिकार प्राप्त नहीं हैं जितने कि चीन की राष्ट्रीय जन कांग्रेस को।
पर आलोचकों का कथन है कि व्यवहार में जन कांग्रेस की सर्वोच्चता भ्रान्तिपूर्ण हैं। इसका अधिवेशन वर्ष में अधिक से अधिक एक बार होता हैं। यह अधिवेशन भी अल्पकालीन ही होता हैं। इसकी शक्तियों का प्रयोग समिति द्वारा ही किया जाता हैं। राष्ट्रीय जन कांग्रेस को साम्यवादी दल के निर्णयों का पालन करना पड़ता हैं। इस प्रकार वास्तविकता में चीन की राष्ट्रीय जन कांग्रेस एक महत्वहीन संस्था हैं। उसे साम्यवादी दल की विचारधारा के अनुसार कार्य करना पड़ता हैं।
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जवाब देंहटाएंThanks for sharing your thoughts
हटाएंसाम्यवादी सरकार को चीनी सरकार का स्पार्क प्लग क्यों कहते हैं
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