2/23/2021

उत्तरदायित्व लेखांकन क्या है? परिभाषा, विशेषताएं

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उत्तरदायित्व लेखांकन क्या है? (uttardayitva lekhankan kise kahte hai)

uttardayitva lekhankan arth paribhasha visheshta;उत्तरदायित्व लेखांकन लेखों तथा प्रतिवेदनों की एक ऐसी व्यवस्था है जिसमे यदि कार्य का निष्पादन निर्धारित मापदण्ड के हिसाब से नही होता है, तो व्ययों और संस्था के सभी कार्यों के लिए किसी निश्चित व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के समूह को उत्तरदायी ठहराया जाता है। 

इस प्रणाली मे संस्था की लेखा पद्धति को इस तरह व्यवस्थित किया जाता है जिसमे व्ययों के सूचक का कार्य सीधे संस्था के उन व्यक्तियों को सौंपा जाता है जो कि इसके नियंत्रण हेतु उत्तरदायी है। संस्था ही इसमे सभी स्तरों के प्रबंध के लिए लेखा विवरणों को इस तरह तैयार किया जाता है जिससे कि कार्यशील व्यक्ति इन विवरणों को अपनी क्रियाओं तथा लागतों को नियंत्रित करने के लिए एक प्रभावी अस्त्र के रूप मे प्रयोग कर सके। इसके लिए इसमें लेखा नियंत्रण पद्धति को उत्तरदायित्वों के अनुसार व्यवस्थित कर लिया जाता है एवं पूरी संगठन इकाई को बहुत सी उत्तरदायी इकाइयों अथवा केन्द्रों मे बांट दिया जाता है। 

उत्तरदायित्व लेखांकन की परिभाषा (uttardayitva lekhankan ki paribhasha)

राबर्ट एन. एन्थोनी के अनुसार," उत्तरदायित्व लेखांकन प्रबंधकीय लेखांकन का वह रूप है जो नियोजित व वास्तविक दोनों प्रकार की लेखांकन सूचना को उत्तरदायित्व केन्द्रों के आधार पर संग्रहित व प्रतिवेदित करता है।" 

विलियम एल फेरारा के शब्दों मे," उत्तरदायित्व लेखांकन का सार उत्तरदायित्व के क्षेत्र के अनुसार लागतों तथा आगमों का संकलन है जिससे कि प्रमापित लागतों एवं बजटों के अंतरों को उनके लिए उत्तरदायी व्यक्ति या समुदाय के साथ पहचाना जा सके।" 

आर. एस. भंडारी के अनुसार," उत्तरदायित्व लेखांकन वह पद्धति है जिसके अंतर्गत उत्तरदायित्व के सभी स्तर पर लागतें संकलित व सूचित की जाती है, ताकि प्रबंध द्वारा सभी स्तर पर क्रियाओं तथा लागतों के नियंत्रण हेतु लेखांकन लागत समंकों का प्रयोग किया जा सके।" 

एन्थोनी एवं रीस के अनुसार," उत्तरदायित्व लेखांकन वह पद्धति है, जिसके अंतर्गत उत्तरदायित्व केन्द्रों के रूप मे नियोजित एवं वास्तविक दोनों प्रकार की लेखांकन सूचनाओं को संग्रहित और प्रतिवेदित किया जाता है।" 

इस प्रकार उत्तरदायित्व लेखांकन उपक्रम मे प्रभावशाली ढंग से नियोजन एवं लागत को नियंत्रित करके वांछित उद्देश्य की प्राप्ति की एक तकनीक है। उत्तरदायित्व लेखांकन मे सूचनाओं को उस ढंग से व्यवस्थित किया जाता है कि कार्य से संबंधित व्यक्ति को उसके कार्य के प्रति उत्तरदायी ठहराया जा सके। 

उत्तरदायित्व लेखांकन की विशेषताएं (uttardayitva lekhankan ki visheshta)

उत्तरदायित्व लेखांकन की विशेषताएं इस प्रकार है--

1. कार्य क्षेत्र स्पष्ट 

इस पद्धति का प्रारंभिक बिन्दु संगठन चार्ट है, जिसमे सभी अधिकारियों का कार्य क्षेत्र स्पष्ट किया जाता है। 

2. लागतों का उत्तर केन्द्रों के आधार पर वर्गीकरण 

इसमे संपूर्ण लागतों का उत्तरदायित्व केन्द्रों के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। उत्तरदायित्व केन्द्र तीन तरह के होते है-- व्यय केन्द्र, लाभ केन्द्र तथा विनियोग केन्द्र।

3. लागतों का नियंत्रणीय तथा अनियंत्रणीय लागतों मे विभाजन 

इस विधि के अंतर्गत नियंत्रणीय तथा अनियंत्रणीय लागतों मे स्पष्ट भेद किया जाता है एवं हर उत्तरदायित्व केन्द्र पर केवल वही लागतें एकत्रित की जाती है जिन पर केन्द्र के अधिकारी का नियंत्रण हो।

4. वास्तविक कार्य परिणामों की पूर्व निर्धारित लक्ष्यों से तुलना 

इसके अंतर्गत हर केन्द्र का अधिकारी अपने केन्द्र के वास्तविक परिणामों की तुलना पूर्व निर्धारित लक्ष्यों से करता है एवं अपने केन्द्र की सफलताओं व असफलताओं को स्पष्ट करते हुए उच्च प्रबंध के सामने एक निश्चित प्रारूप मे प्रतिवेदन पेश करता है। 

5. अधिकार सौंपना 

प्रत्येक केन्द्र प्रबंधक को अपने केन्द्र के संबंध मे निर्णय लेने के अधिकार होते है और तभी वे उनके परिणाम के लिये उत्तरदायी होते है।

6. प्रतिवेदन प्रस्तुत करना 

प्रत्येक केन्द्र द्वारा समय-समय पर उच्च प्रबंध के प्रयोग हेतु कार्य प्रतिवेदन बनाये जाते है।

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