इतिहास का अर्थ (itihas kya hai)
History kise kahte hai;इतिहास शब्द तीन संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है। इति-ह-आह अर्थात् भूत मे जो इस तरह था अर्थात् इतिहास अतीत मे घटित घटनाओं का विवरण है। आंग्ल शब्द हिस्ट्री (history) ग्रीक शब्द हिस्टोरिया से लिया गया है, जिसका अर्थ है- वास्तविक रूप से घटित होने वाले तथ्य।
सामान्यतः इतिहासकार द्वारा अतीत की घटनाओं का गहन अध्ययन करके मानवीय मस्तिष्क को समझना ही इतिहास है।
आधुनिक विद्वानों के मुताबिक एक अच्छे इतिहास की ती मान्यताएं है। एक, तो इसमे सार्वजनिक घटनाओं का विवरण होता है। इतिहास मे वैयक्तिक जीवन से संबंधित घटनाओं का उल्लेख नही होता। दूसरे, वर्णित घटनाओं मे क्रमबद्धता होती है। तीसरे, इतिहासकार एक सच्चे वैज्ञानिक की तरह घटनाओं को अपूर्ण अथवा विकृत रूप मे प्रस्तुत नही करते। उन्हें घटना का जैसा का तैसा और संपूर्ण रूप मे प्रस्तुत करना चाहिए।
कार्ल आर. पापट ने इतिहास के सम्बन्ध मे लिखा कि इतिहास का कोई अर्थ नही होता, क्योंकि इतिहास का कोई लक्ष्य नही है। हम अपने लक्ष्यों को इस पर आरोपित करते है। वास्तव मे इतिसाह तो जो बीत चुका है उसका नाम है, लेकिन यह अतीत मृत नही होता, प्रत्येक वर्तमान अतीत को अपने अन्दर जीवित रखता है। यह वर्तमान अतीत को किस रूप से अपने अन्दर जीवित रखता है, यही अतीत को अर्थ प्रदान करता है। इतिहास "याद" करने की वस्तु है, उससे प्रेरित होने का अर्थ होगा कि हम पीछे की ओर जा रहे है।
इतिहास की परिभाषा (itihas ki paribhasha)
चार्ल्स फर्थ के अनुसार " इतिहास मानवीय सामाजिक जीवन का वर्णन है। इसका उद्देश्य सामाजिक परिवर्तनों को प्रभावित करने वाले उन सक्रिय विचारों का अन्वेषण है, जो समाज के विकास मे बाधक अथवा सहायक सिद्ध हुये है। इन सभी तथ्यों का उल्लेख इतिहास मे होना चाहिए।
प्रो. घाटे के अनुसार " इतिहास मानव जाति के भूत का वैज्ञानिक लेखा-जोखा है।"
जी. आर. एल्टन " इतिहास की परिभाषा अतीत तथा वर्तमान के बीच सेतु के रूप मे करते है।"
ई. एच. कार के अनुसार " प्रत्येक इतिहास विचार का इतिहास होता है और इतिहासकार के मन मे उन विचारों का पुनर्निर्माण होता है, जिनका इतिहास के अन्तर्गत वह अध्ययन करता है।
हेनरी जानसन के अनुसार " इतिहास मानव जाति के भूत का वैज्ञानिक लेखा-जोखा है।"
इतिहास का महत्व (itihas ka mahatva)
1. वर्तमान को समझने मे सहायक
इतिहासकारों का मानना है कि इतिहास का मुख्य उद्देश्य अतीय के प्रकाश मे वर्तमान को समझना है। इतिहास को सूचनाओं का विशाल भण्डार कहा जाता है। अनेक उलझी हुई समस्याओं के हल इतिहास मे ढूँढने पर मिल जाते है। इतिहास का ज्ञान प्राप्त किये बिना मनुष्य अपने जीवन की पहलियों को नही समझ सकता। इतिहास भूतकाल के अनुभव, भूलों और कठिनाइयों का दर्शन कराता है एवं वर्तमान समस्याओं को सुलझाने की दृष्टि प्रदान करता है।
2. ज्ञान प्राप्ति
इतिहास ज्ञान प्राप्त करने का महत्वपूर्ण साधन है। इतिहास के आध्ययन से छात्र मे कल्पना, तर्क और निर्णन शक्ति की वृद्धि होती है और तीनों मे सामंजस्य स्थापित करने की प्रेरणा मिलती है। इतिहास के आध्ययन से विद्यार्थी अनुभव संचित करता है तथा दूसरों के अनुभव से लाभ उठाना सीखता है। उसका मस्तिष्क सतर्क तथा जागरूक हो जाता है। इतिहास का अध्ययन उसे संकीर्णता से ऊपर उठाता है। इससे उसमे विश्व बंधुत्व की भावना का उदय होता है।
3. इतिहास के अध्ययन से गलत धारणाओं का अन्त होता है
इतिहास के अध्ययन से सामाजिक मे प्रचलित गलत धारणाओं का अन्त होता है। समाज मे कई तरह की कुरीतियां तथा अन्धविश्वास प्रचलित होते है और उनके पीछे लोग यह मान्यता लिये होते है कि ऐसा सदियों से होता आ रहा है। ऐतिहासिक तथ्य इसके विपरीत होते है। इतिहास को वास्तविक तथ्यों के आधार पर लिखा जाता है। इस प्रकार इतिहास समाज मे प्रचलित कई तरह की गलत धारणाओं, मान्यताओं, अन्धविश्वासों और परम्परागत अमानवीय मूल्यों को समाप्त करता है।
4. राष्ट्रीय महत्व
इसमे कोई शक नही है कि इतिहास देश प्रेम और जाति प्रेम की भावनाओं को प्रेरणा देता है। लेकिन इस दृष्टि से इतिहास का दुरूपयोग भी किया जा सकता है। उदाहरण के लिए द्वितीय विश्वयुद्ध मे हिटलर ने नाजियों को उनके पवित्र आर्य रक्त की याद दिलाकर उन्हें आक्रमण करने तथा संपूर्ण विश्व मे अपना शासन स्थापित करने की प्रेरणा दी थी। इससे विश्व शांति को खतरा पैदा हो गया था।
5. भविष्य का निर्माण इतिहास की नींव पर
इतिहास को लोकप्रिय विषय बनाना आवश्यक है, क्योंकि भविष्य का निर्माण इतिहास की नींव पर ही होता है।
6. आत्मज्ञान का साधन
इतिहास आत्मज्ञान का साधन है। स्वयं को जानना मनुष्य के व्यक्तित्व के लिये आवश्यक होता है, अर्थात् स्वयं को जानने के लिये आवश्यक है कि मनुष्य यह जाने कि वह क्या-क्या कर सकता है?
7. सांस्कृतिक महत्व
इतिहास के द्वारा हमे विश्व की तथा अपनी अतीतकालीन गौरवपूर्ण संस्कृति तथा सभ्यता का परिचय तो मिलता ही है-साथ ही उस समय की सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक व्यवस्था के दर्शन भी होते है। उनके गुणावगुण के अध्ययन से हम अपनी समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान पा सकते है।
8. नैतिक महत्व
इतिहास के अध्ययन का नैतिक महत्व भी है। इतिहास के अध्ययन से बालकों के नैतिक आचरण का सृजन होता है। इतिहास महान् पुरूषों के त्याग और बलिदान की गाथाओं से भरा पड़ा है। बालकों को इतिहास के अध्ययन द्वारा महान् पुरूषों के आदर्शों से अवगत होने का अवसर मिलता है और यह उनके चरित्र निर्माण मे सहायक होता है।
9. प्रेरणाप्रद
इतिहास प्रेरणाप्रद होता है, क्योंकि इतिहास मे अतीत की घटनाओं का अध्ययन किया जाता है और अतीत की घटनाएं हमेशा ही भविष्य के लिए प्रेरणा देने वाली होती है।
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Bahut Achha
जवाब देंहटाएंThanks for sharing your thoughts.
हटाएंVery useful this post
जवाब देंहटाएंइतिहास पर सक्षिप्त टिप्पणी लिखे
जवाब देंहटाएंइतिहास का मतलब क्या है
जवाब देंहटाएंशानदार जानकारी
जवाब देंहटाएंSimant upyogita ko samjhaie
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