स्टाफ अभिकरण किसे कहते है? (staff abhikaran kya hai)
staff abhikaran arth prakar karya;स्टाफ अभिकरण की परिभाषा सैनिक प्रशासन से ली गई है। स्टाफ से तात्पर्य है," जिस पर निर्भर रहा जा सके अथवा जिसके सहयोग से कठिनाइयों के बीच का मार्ग ढूँढा जा सके। जिस तरह एक छड़ी मनुष्य को चलाने मे सहायता देती है, उसी प्रकार प्रशासन मे स्टाफ इकाइयां विशिष्ट तथा आधारभूत जानकारी तथा विवेकपूर्ण परामर्श प्रदान करके निष्पादक सत्ता की सहायता करती है।
प्रो. व्हाइट के अनुसार," स्टाफ का कार्य है; प्रशासकीय समस्याओं का अध्ययन करना, योजना बनाना, परामर्श देना, अवलोकन करना परन्तु निर्देशन करना नही।
इलियट डपलप स्मिथ ने लिखा है," स्टाफ सामान्य रूप से सूत्र अभिकरण के साथ रहकर सहायता करता है, लेकिन वह सूत्र अभिकरण की सत्ता और उत्तरदायित्व का कभी उल्लंघन नही करता।"
म्यूने के अनुसार," स्टाफ कार्यपालिका के व्यक्तित्व का ही विस्तार है। इसका अर्थ है अधिक आँखें, अधिक कान और अधिक हाथ जो योजना बनाने तथा कार्यान्वित करने मे उसे सहायता दे सकें।
एफ. ए. क्लीबलैण्ड के अनुसार," स्टाफ एजेन्सियां निष्कर्ष निकालती है तथा प्रबन्धकीय सत्ता को निष्कर्ष निकालने मे सहायता देती है।
डाॅ. एम. पी शर्मा के अनुसार," स्टाफ का शाब्दिक अर्थ छड़ी होता है जो तुम्हें सहारा देने का काम तो कर सकती है परन्तु तुम्हारी दिशाओं को निर्धारित नही कर सकती।
स्टाफ अभिकरण के प्रकार या स्वरूप (staff abhikaran prakar)
स्टाफ अभिकरण के निम्म प्रकार है--
1. सामान्य स्टाफ
इसमे मुख्य कार्यपालिका को सहायता करने वाले कर्मचारी आते है। यह परामर्शदायी होता है इसमे सचिवालय, वित्त मंत्रालय, योजना आयोग इत्यादि आते है।
2. सहायक स्टाफ
विभिन्न विभाग अपने अस्तित्व की रक्षा के लिये कुछ क्रियाये संपन्न करते है इनके लिये जो कर्मचारी रखे जाते है, उन्हें सहायक स्टाफ कहते है। इन्हें गृह प्रबंध या संस्थागत क्रियायें भी कहते है। इसका उदाहरण लोक सेवा आयोग है।
3. तकनीकी स्टाफ
टेक्नीकल प्रकृति की सेवाओं के लिये संगठित किया जाता है। विभिन्न संगठनों, विशेषज्ञों और इंजीनियरों की आवश्यकता होती है। इन्हें तकनीकी स्टाफ कहते है।
स्टाफ के कार्य (staff abhikaran ke karya)
प्रोफेसर व्हाइट ने स्टाफ के निम्म कार्य बताए है--
1. ऐसे मामले जिनका समाधान अन्यत्र हो सकता है उन्हें मुख्य कार्यपालिका के पास जाने से रोकना।
2. मुख्य कार्यपालिका के समय की बचत करना।
3. इस बात की व्यवस्था करना कि अधीनस्थ अधिकारी निर्धारित नीति के अनुसार ही कार्य करे।
4. यह देखना कि मुख्य अधिकारी को पर्याप्त और सही सूचनाएं मिल रही है।
5. भावी योजनाओं के कार्यक्रम मे मुख्य कार्यपालिका की सहायता करना। उसे भावी समस्याओं का पूर्वानुमान लगा लेना चाहिए।
6. मुख्य निष्पादन के पास निर्णय के लिये मामले शीघ्र से शीघ्र पहुंचाने का कार्य स्टाफ करता है।
विद्वान फिफनर के अनुसार स्टाफ के कार्य इस प्रकार है--
1. कार्यपालिका तथा सूत्र विभाग को परामर्श देना।
2. योजनाये तथा मानवीय संपर्कों द्वारा प्रशासन मे समन्वय।
3. अन्वेषण तथा खोज।
4. योजनायें बनाना।
5. विभिन्न संगठनों एवं व्यक्तियों से संपर्क कर सूचनाये एकत्रित करना।
6. बिना हानि पहुंचाये विभागों की सहायता।
7. एक सीमा मे (मुख्य कार्यपालिकायें का) नीतियों के क्रियान्वयन मे सहायता।
इस तरह स्टाफ का कार्य," सूचनाओं को इकट्ठा करना ताकि मुख्य कार्यपालिका निर्णय ले सके। वे अपनी ओर से मुख्य प्रशासक को परामर्श भी देते है कि उनके अनुसार कौन-सा निर्णय उपयुक्त रहेगा। इसके अलावा वे उन विषयों पर भी सलाह देते है जो मुख्य प्रशासक उनके सामने प्रस्तुत करे। यह भी कर्तव्य है कि वह यह देखे कि मुख्य कार्यपालिका ने जो निर्णय लिए है, उनका समुचित अवस्था मे पालन हो रहा है या नही।
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