कस्बे और नगर में अंतर
kasba or nagar me antar;नगरीय संस्तरण अनुक्रम में गाँव के बाद कस्बा तथा कस्बे के बाद नगर आता हैं। इस तरह 'कस्बा' गाँव और नगर के बीच की कड़ी हैं। इसे यों भी कहा जा सकता हैं कि कस्बा, गाँव से बड़ा होता हैं तथा नगर से छोटा होता है।
यदि हम कस्बा और नगर की प्रकृति को देखे तो इससे यह स्पष्ट है कि विकास की प्रक्रिया के दृष्टिकोण से कस्बे और नगर के बीच एक घनिष्ठ संबंध हैं, लेकिन जब हम इनकी संरचना, प्रकार्यों तथा प्रशासनिक व्यवस्था को देखते हैं तो इनके बीच अनेक महत्वपूर्ण अंतर स्पष्ट होने लगते हैं।
कस्बे तथा नगर के बीच निम्नलिखित अंतर हैं--
1. कस्बे को एक नगरीय अवस्थापना के रूप में परिभाषित किया जा सकता हैं, जो पर्याप्त आयामों के ग्रामीण क्षेत्र पर आधिपत्य रखता हैं। जबकि नगर को ऐसी केन्द्रिकृत बस्तियों के समूह के रूप में परिभाषित किया जा सकता हैं जिसमें सुव्यवस्थित केन्द्रीय व्यापार क्षेत्र, प्रशासनिक इकाई, आवागमन के विकसित साधन तथा नगरीय सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं।
2. यदि जनसंख्या की दृष्टि से देखे तो कस्बे की जनसंख्या कम से कम 5 हजार या अधिक से अधिक एक लाख तक ही हो सकती हैं। जबकि नगर की जनसंख्या कम से कम एक लाख या इससे भी कई अधिक होती हो सकती हैं।
3. कस्बा गाँव से तो बड़ा होता हैं लेकिन नगर से छोटा होता हैं, नगर, कस्बे से बड़ा होता हैं।
4. कस्बे में गाँव एवं शहर की मिली-जुली संस्कृति देखने को मिलती हैं, जबकि नगर की अपनी संस्कृति तथा विशेषताएं होती हैं।
5. कस्बे में औद्योगीकरण की प्रक्रिया प्रारंभिक अवस्था में होती हैं, जबकि नगरों में औद्योगीकरण का विकास हो चुका होता हैं तथा निरन्तर विकास होता रहता हैं।
6. समाजीकरण की प्रक्रिया और मनोरंजन की प्रकृति नगर और कस्बे में एक-दूसरे से पृथक होती हैं। कस्बे वर्तमान में भी प्राथमिक समूहों जैसे-- परिवार, पड़ोस तथा खेल के साथी समाजीकरण की प्रक्रिया के मुख्य माध्यम हैं। मनोरंजन की प्रकृति भी काफी सीमा तक परम्परागत होती है। नगरों में मनोरंजन का पूरी तरह व्यापारीकरण हो चुका हैं।
7. कस्बे में आवागमन के सामान्य साधन अपेक्षाकृत कम होते हैं, जबकि नगरों में आवागमन के समूचे साधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं।
8. कस्बे में जनसंख्या का घनत्व प्रति वर्ग मील 400 व्यक्ति के लगभग होता हैं, जबकि नगरों में जनसंख्या का घनत्व बहुत अधिक होता हैं। नगरों में जनसंख्या का घनत्व बहुत अधिक होता हैं।
9. कस्बे में व्यवसायीकरण की प्रक्रिया प्रारंभिक अवस्था मे होती हैं, जबकि नगरों मे व्यवसायीकरण की प्रक्रिया निरन्तर होती रहती हैं।
10. कस्बे को 'उपनगर' भी कहा जाता हैं, नगर को शहर के नाम से जाना जाता हैं।
11. कस्बे में जातिगत एवं वर्गगत दोनों आधार देखे जा सकते हैं, जबकि नगरों में अपेक्षाकृत जातीय शिथिलता रहती हैं तथा वर्ग प्रमुख आधार होता हैं।
Nagar aur gram me kewal matra ka antar hai. Yah kisne kaha hai
जवाब देंहटाएंनगर और ग्राम में केवल मात्रा का अन्तर है। यह किसने कहा है
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