प्रश्न; वृद्ध व्यक्ति कौन हैं? इनकी प्रमुख समस्याओं का वर्णन कीजिए।
वृद्ध किसे कहते हैं? (vridh vyakati kon hote hai)
वृद्धों की समस्याएं (vridho ki samasya)
वृद्धों की समस्याएं इस प्रकार से है--1. शारीरिक दुर्बलता
आयु बढ़ने के साथ व्यक्ति का शरीर शिथिल होने लगता है। इन्द्रियाँ कमजोर होने लगती है। आँखो से दिखना कम हो जाता है। कान से कम सुनाई पड़ने लगता है। दाँत कमजोर हो जाते है। शरीर को शक्ति व गति प्रदान करने वाले प्रमुख संस्थान जैस पाचन संस्थान, रक्त, परिभ्रमण संस्थान, स्वशन संस्थान आदि कमजोर पड़ने लगते है। शरीर मे अनेक बीमारियां जैसे रक्तचाप मे व्यक्तिक्रम, ह्रदय रोग, डायबिटिज, जीर्ण रोग, स्पाण्डलायटिस, जोड़ो का दर्द, गठिया, प्रोस्टेट ग्लैण्ड का बढ़ना, अस्थना आदि आ जाती है। व्यक्ति की कार्यशक्ति घट जाती है।
2. मानसिक रोग
अस्वस्थता, शरीरिक क्षीणता व मानसिक रोग बहुत कुछ साथ-साथ चलते है। शरीर के कमजोर पड़ने के बाद बुढ़ापे की अनुभूति ही व्यक्ति मे मानसिक निराशा का संचार करती है। वृद्ध व्यक्ति शारीरिक रूप से ही नही अपितु मानसिक रूप से भी अपने को बहुत असहाय महसूस करता है। बुढ़ापे की मानसिकता और निरूपायता के अहसास से उसके मन मे हताशा घर करने लगती है जिससे उसमे संवेगात्मक अस्थिरता उत्पन्न होती है। उसकी स्मरण शक्ति कमजोर पड़ने लगती है। शारीरिक कार्यक्षमता घटने और सामाजिक उपयोगिता कम होने के साथ वृद्ध व्यक्ति को अनेक मानसिक चिन्ताएँ घेर लेती है जिससे उसकी नींद कम हो जाती है और वह मानसिक थकावट महसूस करने लगता है।
वृद्ध लोगों को प्रया: आर्थिक सुरक्षा संबंधी तनाव का भी सामना करना पड़ता है। पारिवारिक आय कम होने से परिवार के लोग बुजुर्गों को प्रायः भार स्वरूप देखने लगते है।
5. संयुक्त परिवार के अभाव की समस्या
बुजुर्ग जनो को संयुक्त परिवार के अभाव की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। संयुक्त परिवार मे वृद्धावस्था, बीमारी आदि के समय सुरक्षा प्रदान की जाती है, वही एकाकी परिवार मे व्यक्ति अपने परिश्रम से प्राप्त फल पर निर्भर रहकर वृद्धावस्था अथवा बीमारी के समय अपनी जीविका चलाता है।
6. उचित देखभाल की समस्या
जिस परिवार मे कई सदस्य होते है, वहां तो बड़े बुजुर्गों की देखभाल ठीक तरह से हो जाती है, लेकिन एकाकी परिवार की स्थिति मे जब घर के सदस्य चले जाते है, तो अक्सर बुजुर्ग लोगों की देखभाल करने वाला कोई नही होता है, इससे उन्हें कभी-कभी बड़ी बाधा का सामना करना पड़ता है।
वृद्धों की समस्या का समाधान या वृद्धावस्था की समस्याओं को सुलझाने के लिये सुझाव
विश्व तथा भारतीय जनांकिकी का अध्ययन करने से ज्ञात होता है कि वृद्धों की जनसंख्या मे निरन्तर वृद्धि होती जा रही है। इससे इस तथ्य से इंकार नही किया जा सकता कि आगे आने वाले दिनों मे जनसंख्या के अनुपात मे वृद्ध अधिक होते जाएँगे। स्वाभाविक तौर पर इनकी समस्याओं मे वृद्धि होगी। इस दृष्टि से यह आवश्यक है कि वृद्धों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास किए जाएँ। वृद्धों की समस्याओं के समाधान हेतु निम्न प्रयास किये जा सकते है--1. भारत मे संयुक्त परिवार व्यवस्था वृद्धों को सामाजिक, आर्थिक एवं मानसिक सुरक्षा प्रदान करती रही है। अतः इसके विघटन को रोकने के लिये प्रयास किये जाने चाहिये।
2. परम्परागत भारतीय समाज मे सामुदायिक जीवन वृद्धों को उनकी किसी भी समस्या का एहसास नही होने देता था। अतः ऐसे सामुदायिक जीवन को पुनः मजबूत करने के उपाय किये जाने चाहिये।
3. वृद्धों के लिये स्वस्थ मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराये जाने चाहिए।
4. वृद्धों की समस्या के समाधान हेतु यह भी बहुत ही जरूरी है की हम वृद्धवस्था को जीवन की अनिवार्यता के रूप मे स्वीकार करे, न कि बोझ के रूप मे।
5. समय समय पर वृद्धों के लिये विशेष आयोजन जैसे-- सामान्य ज्ञान या खेल प्रतियोगितायें और कार्यशालाओं का आयोजन आदि किया जाना चाहिये।
6. सरकार की ओर से वृद्धों के लिये "वृध्द होम" स्थापित करने चाहिए जिनमे समुचित सुविधायें हो। ऐसी संस्थाओं को सरकार की ओर से सहायता दी जानी चाहिये।
7. वृद्धों की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के लिये नि:शुल्क व्यवस्था की जानी चाहिए। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिये बहुत कम प्रीमियम पर स्वास्थ्य बीमा व्यवस्था शुरू की जानी चाहिए।
8. वृद्धावस्था पेंशन योजना की राशि बढ़ाई जानी चाहिए।
9. शिक्षित वृद्धों के अनुभवों का लाभ प्रौढ़ शिक्षा जैसी योजनाओं के लिया जाना चाहिए एवं अंशकालीन रोजगार दिये जाने की व्यवस्था भी की जानी चाहिए जिससे वृद्धजन व्यस्त रहें।
10. वृद्धों के लिये पारिवारिक माहौल की व्यवस्था की जानी चाहिए। केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड ने वृद्ध सदनों एवं पालनाघरों को मिलाकर एक ही स्थान पर संचालित करने की योजना बनाई है जिससे वृद्धजनों को बच्चों की गतिविधियों का आनन्द मिल सके और वे जीवन रस का सम्पूर्ण आनंद ले सके।
Aapne ye sari jankari hame di use hame bahot kuch jane ko mila hai eske liye dhanyawad
जवाब देंहटाएंवृद्ध जनों की समस्याओं के समाधान के लिए मनोचिकित्सा किस प्रकार सहायक है
जवाब देंहटाएंKya sthit hai
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