प्रविधि का अर्थ (pravidhi kise kahte hai)
pravidhi arth paribhasha visheshta;समाजशास्त्रीय अनुसंधानकर्ता सामाजिक अनुसंधान का उद्देश्य निर्धारित कर तथ्यात्मक निष्कर्ष निकालता है। तथ्यात्मक निष्कर्ष वास्तविक तथ्यों पर आधारित यथार्थ तथा निश्चित होता है। यह निष्कर्ष अटकलों या अफवाह पर आधारित बिल्कुल भी नहीं होता। ठोस सबूत एवं वास्तविक तथ्यों को कल्पना द्वारा एकत्रित नहीं किया जा सकता यह कार्य प्रामाणिक तकनीक से किया जाता है। यह तकनीक भी प्रमाण सिद्ध आधार पर निर्भर है, इसलिए सामाजिक अनुसंधान के लिए वास्तविक तथ्यों को एकत्रित कर यथार्थ निष्कर्ष निकालने हेतु प्रयोग में लाई विधि प्रविधि या तकनीकी कहलाती है वस्तुतः प्रविधि एक सत्यनिष्ठ युक्ति है। जिसके आधार पर समाजशास्त्री अन्वेषक, विषयान्तर्गत, प्रामाणिक तथ्यों का संकलन एवं संतुलन करता है।
प्रविधि की परिभाषा (pravidhi ki paribhasha)
प्रो. मेजर के अनुसार," प्रविधियां एक सामाजिक वैज्ञानिक के लिए वे मान्य तथा सुव्यवस्थित तरीके है जिन्हें वह अपने अध्ययन विषय से संबंधित विश्वसनीय तथ्यों को प्राप्त करने हेतु उपयोग मे लाता है।"
गुडे तथा हाट के अनुसार," प्रविधियों मे वे विशिष्ट प्रणालियाँ शामिल है जिनके द्वारा समाजशात्री अपने समंको को एकत्रित तथा व्यवस्थित करता है।"
प्रो. रवीन्द्रनाथ मुकर्जी के अनुसार," वैज्ञानिक विश्लेषण तथा व्याख्या हेतु जिन वास्तविक तथ्यों की जरूरत होती है उन्हे एकत्रित करने हेतु अनुसंधानकर्ता जिस विधि अथवा तरीके को अपनाता है उसे प्रविधि कहते है।"
उपर्युक्त परिभाषाओं से स्पष्ट है कि प्रविधि एक साधन है जिसके माध्यम से शोधकर्ता आवश्यक वास्तविक तथ्यों, सूचनाओं एवं आंकड़ों का संकलन कर यथार्थ तथा निश्चित निष्कर्ष निकालता है।
प्रविधि की विशेषताएं (pravidhi ki visheshta)
प्रविधि की विशेषताएं इस प्रकार है--
1. विषय सामग्री के संकलन मे सहायता
अनुसंधान में प्रविधि एक प्रणाली का नाम है इसके माध्यम से एक समाजशास्त्री अपने क्षेत्र के लिए विशेष सामग्री को संकलित एवं व्यवस्थित करता है।
2. शोध कार्य के लिए मान्य विधि
प्रविधि एक उटपटांग तरीका नहीं बल्कि शोध कार्य के क्षेत्र में एक मान्य एवं परीक्षित प्रणाली है। शोध निदेशकों तथा विद्वानों ने इस विधि को मान्यी तरीका स्वीकार किया है।
3. सीमित विधि
प्रविधि द्वारा सम्पूर्ण अनुसंधान कार्य करना संभव नही है। इसकी सीमा तथ्यों सूचनाओं आदि को एकत्रित करना है प्रविधि का उद्देश्य प्रामाणिक तथ्यों का संकलन करना है।
4. भौतिक विज्ञानो की प्रविधि मे भिन्नता
अनुसंधान में भौतिक विज्ञानओं की प्रविधियों और सामाजिक विज्ञानों की प्रविधियों में काफी अंतर पाया जाता है।
5. विभिन्न प्रणालियों का प्रयोग
सामाजिक अनुसंधान में ऐतिहासिक सामग्री का अध्ययन व्यक्तिगत अध्ययन, डाक-प्रणाली, अनुसूची-प्रणाली और साक्षात्कार प्रणाली आदि को प्रविधियों के रूप में शामिल किया जाता है।
6. अनिश्चित प्रकृति
सामाजिक अनुसंधान की विधियां अनिश्चित होती है क्योंकि नई-नई समस्याओं का अध्ययन करने के लिए नई-नई प्रविधियों का जन्म होता है।
7. असार्वभौमिकता
सामाजिक अनुसंधान में प्रविधि का प्रयोग सभी विज्ञानों में नहीं किया जाता और प्रविधियों के स्वरूपों मे भी काफी अंतर पाया जाता है।
8. विभिन्न प्रकार
प्रविधि विधि का प्रयोग अलग-अलग शोध क्षेत्रों में विभिन्न तरह से किया जाता है सभी विज्ञानों के लिए प्रविधि तरीका सामान नहीं होता। प्रत्येक विज्ञान अपनी प्रकृति के अनुसार अलग-अलग प्रविधियां शोध कार्य के लिए प्रयोग में लाता है।
9. समाजशास्त्री अनुसंधान मे एकरूपता
समाजशास्त्रीय अनुसंधान कार्य में प्रविधियां के प्रयोग में अधिकांश अंतर नहीं होता प्रिया एकरूपता दृष्टिगोचर होती है।
10. अस्थिरता
प्रविधि प्रणाली स्थिर नहीं होकर परिवर्तनशील है। समयानुसार प्रविधि में एक सामयिक परिवर्तन कर प्रविधि में जरूरी परिवर्तन किया जा सकता है। नवीन प्रविधियों के जन्म का यह परिवर्तन एक कारक है।
11. सामग्री का एकीकरण
सामाजिक अनुसंधान मे प्रविधि का उद्देश्य केवल सामग्री को एकत्रित करना और उसको व्यवस्थित करना है।
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