love story in hindi, प्यार की कहानी
नमस्कार स्वागत है आप सभी का हमारी बेबसाइट पर आज मे लेकर आए है love story in hindi, प्यार की एक सच्ची कहानी। यह कहानी हमे भेजी है पटना के सुमित जी ने जो की जो की काफी अच्छी है प्रेरित करने वाली है।
मै भी कुछ लोगो की तरह प्यार पर विश्वास नही करता था, जब मे किसी से प्यार के बारे मे सुनता था कि वह उससे बहुत प्यार करता है, वो उसके बिना रह सकता, वो उसके बिना मर जाएंगा। तो मे ऐसी बातों पर बहुत हंसता है, सोचता था कि भला ऐसा भी कुछ होता है क्या? लेकिन मुझे क्या पता था कि एक दिन मुझे भी प्यार हो जाएंगा। वो कहते है न कि होनी को भला कौन टाल सकता है जो होना है वह तो होकर ही रहता है।
मैरा नाम सुमित है और मैं B.S.C का student हूं। मेरे बहुत सारे लड़के और लड़कियां दोस्त है, लेकिन मुझे आज तक इनमे से किसी से प्यार नही हुआ। लेकिन मैने बोला था न कि होनी को कोई नही रोक सकता है जो होना है वह तो हो कर ही रहता है।
एक बार की बात है मैं अपनी बहन की शादी मे देहली गया, उसी समय मै पटना को छोड़कर वही देहली मै सिप्ट हो गया था, शादी अच्छे से होनी वाली थी दोनों तरह के Guest सब शादी से पहले होलट मे जहां शादी होने वाली थी वहां आ गये। मै भी वहां पुहंच गया और मुझे अपने कमरे की चाभी मिल गई, इसके बाद मे फ्रैश हुआ इसके बाद मे टीम मे dinner के लिए गया जहां मेरा सभी से परिचय कर वाया गया। वही पर मैने एक लड़की को देखा जो एक कुर्सी पर बैठकर सभी को देख रही थी। मैने उसे हल्लों बोला और उससे अपना intro किया, उसने अपना नाम गुन्नु बताया जो की उसका nick name था, उसने अपना real name सनेहा बताया। कुछ देर तक हम दोनो से अपने-अपने बारे मे बताया और कुछ बाते की। इसके बाद सभी dinner करने के बाद अपने-अपने room मे चले गये।
मैं पूरी रात उसी लड़की के बारे मे सोचता रहा, पता नही मुझे अब ऐसा लगने लगा कि कहीं मुझे उससे प्यार तो नही हो गया। वो कहते है ना कि प्यार तो एक नज़र मे भी हो जाता है, शायद मुझे भी हो गया।
दूसरे दिन सुबह हुई सभी मेहमान एक हाॅल मे आ गये वहां पर मैं भी था और वह भी थी। वो मेरी तरफ देख रही थी लेकिन जैसे ही मै उसकी तरफ देखता था वह और कही देखने लगती थी। मैने notice करना शुरू कर दिया वह मुझे ही देख रही थी लगभग दो तीन दिन तक ऐसा ही चलता रहा हम दोनों एक दूसरे को देखते रहे लेकिन बात नही कर पा रहे थे क्योंकि उसकी मम्मी हमेशा उसके हाथ ही रहती थी।
लेकिन अब मुझसे रहा नही जा रहा जा रहा था, मैंने उसके बगल वाली dinner टेवल के पास बैंठना शुरू कर दिया। उसे किसी चीज की जरूरत होती थी तो मै खुद उसे अपने हाथ से देता था। यहां तक की जब उसके ग्लाश का पानी खाली हो जाता था तो मै उसे भर देता था वह मुस्कराने लगती थी।
कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा लेकिन उसे अपने दिल की बात कैसे बताऊँ कुछ समझ नही आ रहा था। सोच रहा था कहीं वह मना न करदें या कोई हंगामा न करदें। इसलिए थोड़ा सा डर भी लग रहा था। एक दिन मैने अपनी बहन को उससे बात करते देखा, तो मैने अपनी बहन को बताया की ऐसी-ऐसी बात है। उसने कहा तो मै इसमे क्या करूँ? तू जा कर उससे बोल दे। मैने कहा नही तू मेरी मदद कर दे तू जाकर बोल दे कि सुमित ऐसा-ऐसा बोल रहा था।
जब उसने उससे बोला की कोई तुमसे यहाँ पर प्यार करता है तो उसने आश्चर्य से पुहंचा की कौन है?
फिर मेरी बहन ने उसे मेरा नाम बताया तो वह मुस्कुराई और बोली मुझे पता था और वहां से चली गई।
फिर किया था शादी का time आ गया और बहन की शादी मे भाई के पास time कहाँ रहता है। इसलिए मै उसे time नही दे पाया, लेकिन कुछ समय हम सब ने dance किया, फोटो खींचें, खाना खाया और शादी देखी और सब अपने-अपने room मे चले गये।
फिर मैने उससे नम्बर मांगा लेकिन उसने नही दिया तो मैने अपनी बहन के मोबाइल से उसका नम्बर निकाल लिया और उसके पास massage किया और फिर हम दोनों बात करने लगे लेकिन एक दिन उसकी मम्मी से ने देख लिया और उसने मुझे ब्लाॅक कर दिया।
उस दिन मै अपने room मे जाकर बहुत रोया और जा कर सो गया। जैसे ही सो कर उठा तो देखा उसने massage किया है, मैने massage का reply किया और पुहंचा की क्या बात हो गई थी जो तुमने मझे ब्लाॅक कर दिया था, तो उसने बताया की ऐसी-ऐसी बात थी। मम्मी को हमे दोनों पर शक हो गया है। मैने कहाँ अभी तो कोई दिक्कत नही है ना उसने कहाँ नही।
फिर सब होटल से अपने-अपने घर चले गये और मै भी अपने घर आ गया। वो भी अपने घर चली गई। हम दोनों WhatsApp पर बात करने लगे। एक दिन उसके पापा को पता चल गया की हम दोनों ऐसे-ऐसे बात करते है। उसने मुझे गुस्से मे बताया तो मुझे भी गुस्सा आ गया और मैने उसे कुछ उल्टा-सीधा कह दिया की इतना ही डरती हो तो बात मत करों और उसे गाली भी दे दी, और उसे ब्लाॅक करने की भी बोल दी।
लेकिन मुझे क्या पता था की अगर वह मुझे ब्लाॅक करेंगी तो कभी unblock नही करेंगी। दो दिन बीत गये लेकिन उसने unblock नही किया।
मे एक दम से टूट गया, गुस्से मे हाथ फूड़ लिया, दिवाल पर सिर मार दिया। कुछ पागलों जैसी हरकतें करने लगा। इसी तरह लगभग महिनों बित गये। सब लोग मुझे समझाते रहे की उसकी भी life है जाने दो उसे भूल जाओं वो तुम्हें भूल चुकी है। लेकिन मै डिप्रेशन का शिकार होता जा रहा था।
यह सब देख मेरे बड़े भाई US से आये और मुझे समझाया और डाॅक्टर के पास ले गये। motivational सेमिनार मे ले गये और मै थोड़ा-थोड़ा ठीक होने लगा और आज मै पूरी तरह से ठीक हूं और आज मे सबसे ज्यादा प्यार अपनी study से कर रहा हूं, मै अब पूरी तरह ठीक हूं।
एक समय था जब मे सुसाइट करने गया था और आज एक ऐसा समय है की आज मे उसे अपने दिल और दिमाग से पूरी तरह से निकाल चुका हूं। इसके लिए मै ईश्वर का धन्यवाद करता हूं।
दोस्तों मे अपनी कहानी आपके साथ इसलिए शेयर कर रहा हूं आप और हम सब के माता पिता को हमसे बहुत उम्मीदें होती है इसलिए मै आपसे यह कहना चाहूँगा की आप कभी भी किसी लड़की या लड़के के प्यार मे पड़कर अपने माता पिता की उम्मीद पर पानी न फेरें।
Nice story 👍
जवाब देंहटाएंThanks for sharing your thoughts
हटाएंPr kya wo ldki aapko sch me vul gyi hai? Ya dr ke kaaran aapse bat nhi krti hai? Ya usko phn nhi mil rha ho?..
जवाब देंहटाएंKuchh v ho skta hai....