व्यावसायिक पूर्वानुमान की विशेषताएं (vyavsayik purvanuman ki visheshta)
व्यावसायिक पूर्वानुमान की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं--
1. व्यावसायिक पूर्वानुमान का संबंध भविष्य की स्थिति से हैं।
2. पूर्वानुमान को पुराने डाटा तथा स्थितियों को ध्यान में रखकर किया जाता है।
3. पुरानी स्थितियों तथा घटनाओं को वर्तमान स्थितियों के साथ समायोजित किया जाता है।
4. पूर्वानुमान को सांख्यिकी विश्लेषण के आधार पर किया जाता है।
5. पूर्वानुमान करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि भविष्य का शुद्धता से पूर्वानुमान करना असंभव हैं-- पूर्वानुमान के लिए त्रुटि की कुछ मात्रा का प्रावधान रखना चाहिए।
व्यावसायिक पूर्वानुमान के उद्देश्य (vyavsayik purvanuman ke uddeshy)
व्यावसायिक पूर्वानुमान के निम्नलिखित उद्देश्य हैं--
1.भविष्य की घटना के बारे में संभावना का संकेत करना।
2. भविष्य के नीति-निर्माण में सहायता देना।
3. अनिश्चित स्थितियों की दशा में वैकल्पिक निर्णय लेने में मददगार होना।
4. व्यापारियों, अर्थशास्त्रियों तथा सरकारों को अग्रिम में कार्य के तरीके के संबंध में अनुमान उपलब्ध कराना।
5. भविष्य के अनुमानित डाटा तथा वास्तविक डाटा की प्रायिकता के सिद्धांत के आधार पर तुलना करना तथा अन्तरों के संबंध में स्पष्टीकरण तथा वर्णन उपलब्ध कराना।
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