प्रवृत्ति विश्लेषण क्या है?
व्यवसाय एक निरंतर चरने वाली प्रक्रिया है। इसलिए किसी एक विशिष्ट वर्ष के वित्तीय विवरणों का अध्ययन करके व्यवसाय की प्रगति एवं दिशा के संबंध मे सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त नही की जा सकती। व्यवसाय मे स्थितियां निरन्तर परिवर्तनशील होती है तथा कभी व्यवसाय का रूख उन्नति की ओर होता है तो कभी अवनति की ओर। व्यवसाय के इस रूख या प्रवृत्ति का अध्ययन करने के लिए विभिन्न वर्षों के आंकड़ों का अध्ययन किया जाता है। इसे ही प्रवृत्ति विश्लेषण कहते है।
इसके लिए किसी वर्ष को आधार बनाया जाता है तथा उस वर्ष की सभी मदों को 100 मानकर अन्य वर्षों की संबंधित मदों का प्रतिशत ज्ञात किया जाता है। इसके बाद उच्चावचन (कमी या वृद्धि) को मापा जाता है। इस प्रकार की विधि सांख्यिकीय मे निर्देशांक बनाते समय भी प्रयुक्त की जाती है।
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जवाब देंहटाएंVishleshan ki pravrittiyan vishleshan ki prapti
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